जानकारी के मुताबिक मुख्तार के परिवार का भी सियासी दुनिया से पुराना संबंध रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक माफिया मुख्तार के नाना मोहम्मद उस्मान भारतीय सेना में ब्रिगेडियर के पद पर तैनात रहे थे। वह तीन चुलाई 1948 को पाकिस्तार के खिलाफ जंग लड़ते हुए कश्मीर के नौशेरा में शहीद हो गए थे। उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र से भी नवाजा गया था। वहीं मुख्तार अंसारी के पिता सुभानउल्ला अंसारी भी स्थानीय राजनीति में एक्टिव रहे थे। उनकी इमेज बेहद अच्छी रही थी। इसके आलावा अगर देखा जाए तो भारत के सबसे लंबे समय तक उपराष्ट्रपति रहने वाले हामिद अंसारी भी मुख्तार अंसारी के चाचा लगते हैं। हामिद अंसारी विवादों में भी रहे। इसके अलावा मुख्तार के परिवार में उसका सांसद भाई अफजाल अंसारी और सिबकतुल्लाह अंसारी है, वह विधायक के पद पर रहे हैं।
अगर बात करें मुख़्तार अंसारी के जन्म की तो 30 जून 1966 को यूसुफपुर में उनका जन्म हुआ। परिवार में सियासत बचपन से ही उन्हें विरासत में मिली। जिसके चलते ही माफिया अंसारी को मऊ निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा के सदस्य के रूप में रिकॉर्ड पांच बार विधायक के रूप में चुना गया। लेकिन अपराध की दुनिया में भी मुख़्तार अंसारी की तूती बोलती है। उसपर कई हत्याओं, अपहरण, फिरौती के आरोप भी लगे हैं। इसमें सबसे चर्चित आरोप हैं, कृष्णानंद राय की हत्या का मामला, अवधेश राय की हत्या का मामला जिसमें कि आज मुख़्तार को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।
जानकारी के मुताबिक मुख्तार के परिवार का भी सियासी दुनिया से पुराना संबंध रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक माफिया मुख्तार के नाना मोहम्मद उस्मान भारतीय सेना में ब्रिगेडियर के पद पर तैनात रहे थे। वह तीन चुलाई 1948 को पाकिस्तार के खिलाफ जंग लड़ते हुए कश्मीर के नौशेरा में शहीद हो गए थे। उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र से भी नवाजा गया था। वहीं मुख्तार अंसारी के पिता सुभानउल्ला अंसारी भी स्थानीय राजनीति में एक्टिव रहे थे। उनकी इमेज बेहद अच्छी रही थी। इसके आलावा अगर देखा जाए तो भारत के सबसे लंबे समय तक उपराष्ट्रपति रहने वाले हामिद अंसारी भी मुख्तार अंसारी के चाचा लगते हैं। हामिद अंसारी विवादों में भी रहे। इसके अलावा मुख्तार के परिवार में उसका सांसद भाई अफजाल अंसारी और सिबकतुल्लाह अंसारी है, वह विधायक के पद पर रहे हैं।