साइबर ठगों के मकड़जाल में आम आदमी आए दिन फंस रहा है। आनलाइन पार्ट टाइम काम कर घर बैठे पैसे कमाने के नाम पर एक व्यक्ति को ठगों ने 19.24 लाख रुपये का चूना लगा दिया। वहीं, एक युवती को इंटरनेट मीडिया पर प्रचार का झांसा देकर 18 लाख रुपये से अधिक ठग लिए। पुलिस ने दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
साइबर ठगी को लेकर अनुज प्रताप सिंह, निवासी घोसियान मोहल्ला हरिद्वार ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में दी तहरीर में बताया कि बीते सात जून को उनके वाट्सएप पर एक विदेशी नंबर से मैसेज आया। जिसमें पार्ट टाइम काम कर घर बैठे कमाई की बात लिखी थी। अनुज ने पूछताछ की तो मैसेज भेजने वाले ने खुद को इंटीग्रिटी कंपनी का एचआर मैनेजर बताया। उसने बताया कि वह उनके साथ जुड़कर यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर उनके बताए पेज फालो और लाइक करके घर बैठकर कमाई कर सकते हैं। इसके बाद एक टेलीग्राम ग्रुप में जुड़वाया गया। ग्रुप में करीब 400 लोग जुड़े थे। पीड़ित ने कई पेज लाइक और फोलो किए। इस दौरान कुछ रकम मिली। आगे टास्क मांगे तो दो हजार रुपये जमा करने को कहा गया। पीड़ित ने दो हजार जमा किए तो नई आइडी बनाकर उसे एक ग्रुप में जोड़ा गया। इसके लिए खाते की जानकारी ली गई। ग्रुप में जुड़ने के बाद कुछ टास्क पूरे करने पर 5200 रुपये मिले। इसके बाद पांच हजार रुपये जमा कर अगला टास्क दिया गया। इसके बाद रकम का भुगतान करने के बहाने आरोपितों ने पीड़ित के खाते से 19.24 लाख रुपये निकाल लिए। इसी तरह इंटरनेट मीडिया चैनल पर कंपनियों के सेल्स प्रमोशन का झांसा देकर ठगों ने दून की युवती को 18.11 लाख रुपये का चूना लगा दिया। मौसम विज्ञान केंद्र आवासीय परिसर में रहने वाली युवती ने साइबर क्राइम पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाया है। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि प्रियंका नेगी ने शिकायत में बताया कि बीते 13 जून को उनके वाट्सएप पर एक अंजान नंबर से मैसेज आया। मैसेज भेजने वाली ने अपना नाम अंकिता पंवार बताया। कहा कि वह ब्रैंडलूम डिजिटल मार्केटिंग से जुड़कर सोशल नेटवर्क पर सेल्स और प्रमोशन करती हैं। इसमें टास्क देकर कमाई की जाती है। उसने प्रियंका को टेलीग्राम पर एक ग्रुप में जोड़ा। साथ ही वोटर आइडी कार्ड और ई-मेल आइडी मांगा। सभी जानकारी देने के बाद आरोपित ने बैंक डिटेल मांगी और खाते से 18.11 लाख रुपये उड़ा लिए।