नई दिल्ली। यह कहने में संकोच नहीं होना चाहिए कि अब राजनीति और धर्म एक-दूसरे के पूरक बन चुके हैं। राजनीति के बिना धर्म अधूरा और धर्म के बिना राजनीति अधूरी है। मौजूदा सियासी परिदृश्य के आलोक में उपरोक्त कथन तो बिल्कुल सार्थक ही नजर आते हैं, जहां बीजेपी खुद को हिंदुओं की पहरेदारी करने का दावा करती है, तो कांग्रेस धर्मनिरपेक्षता का लबादा ओढ़कर देश को एकता की नौका पर बैठाने का दंभ भरती है, जिसकी वजह से दोनों के बीच अक्सर शाब्दिक बाण चलते रहते हैं। वहीं, अब धर्म को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बड़ा बयान दिया है। आइए, आगे आपको विस्तार से बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।
दरअसल, दिग्विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया कि हम सनातनी हैं, हमारा हिंदुत्व से कोई लेना देना नहीं है। हम सनातन को मानते हैं और हिंदुत्व को नहीं मानते हैं। कांग्रेस नेता ने सनातन और हिंदुत्व को अलग-अलग करार दिया है। ध्यान दें कि उन्होंने यह बयान ऐसे वक्त में दिया है, जब बीजेपी की ओर से लगातार आगामी लोकसभा चुनाव के आलोक में धर्म जैसे संवेदनशील विषय को धार दी जा रही है। आइए, आगे आपको विस्तार से सुनाते हैं कि आखिर उन्होंने क्या कुछ कहा है।
देखिए दिग्विजय सिंह का वीडियो
बता दें कि दिग्विजय सिंह कांग्रेस के वही नेता हैं, जिन पर बीजेपी हिंदू आतंकवाद शब्द गढ़ने का आरोप लगाती है। जिन्होंने ओसामा को ओसामा जी तक कहने से भी गुरेज नहीं किया था। यहां तक की कई बार दिग्विजय अपने उलजुलूल बयानों से कांग्रेस की मुसीबतें बढ़ा चुके हैं। सनद रहे कि बीते दिनों उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरन जम्मू-कश्मीर में एक सभा को संबोधित करने के क्रम में सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग लिए थे, जिसके बाद बीजेपी उन पर हमलावर हो गई थी, लेकिन बाद में पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने स्पष्ट कर दिया कि दिग्विजय ने जो भी बयान दिया है, यह उनकी निजी राय है, इससे पार्टी का कोई लेना देना नहीं है। वहीं, दिग्विजय के इस बयान पर बाद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने दिग्गि के बयान को उनकी निजी राय करार दिया था, लेकिन बीजेपी का हमला कांग्रेस पर जारी था। वहीं, अब जिस तरह से उन्होंने धर्म पर बयान दिया है, उस पर बीजेपी की क्या प्रतिक्रिया रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।