देहरादून,27अक्टूबर
राजधानी देहरादून के राजपुर थाना क्षेत्र में वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जे का मामला एक बार फिर गरमा गया है । पिछले हफ्ते राजधानी देहरादून पुलिस ने पूर्व डीजीपी बीएस सिद्धू के साथ अन्य 7 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बीएस सिद्धू पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए उन्होंने कहा कि पहले से यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है ऐसे में शासन को गुमराह करके एक केस में दोबारा मुकदमा दर्ज कराया गया है।
जबकि पिछले 10 साल से यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। उनका कहना है कि उन्होंने इस पूरे मामले में शासन को एक पत्र लिखा है और पूरी स्थिति के बारे में अवगत कराया है।
आपको बता दें कि मसूरी प्रभागीय वन अधिकारी आशुतोष सिंह की तहरीर पर बीएस सिद्धू के खिलाफ थाना राजपुर में मामला एफ आई आर दर्ज कराई गई है।
थाना राजपुर क्षेत्र के वीरगिरी वाली में अवैध तरीके से पेड़ काटने और जमीन कब्जाने का मामला विचाराधीन है।
फिलहाल पूर्व डीजीपी बीएस सिद्धू का कहना है कि कोई शासन को गुमराह करके उनके खिलाफ साजिश रच रहा है और मुकदमा दर्ज कराया गया है।
देहरादून के राजपुर थाने में पूर्व डीजीपी बी एस सिद्धू के खिलाफ वन भूमि कब्जाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। ऐसे में साल 2012 से इस मामले में मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे रविंद्र जुगरान ने देहरादून प्रेस क्लब में पीसी कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का धन्यवाद दिया है। मामले को लेकर अदालत तक जाने वाले याचिकाकर्ता रविंद्र जुगरान का कहना है कि पिछले दस साल से मामला इस जांच से उस जांच के बीच घूम रहा था। लेकिन पुष्कर सिंह धामी ने बड़ी चोट करते हुए पूर्व डीजीपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए है। दूसरी तरफ तत्कालीन आईओ निर्विकार सिंह का कहना है की उन्होंने पूरे मामले की परत दर परत खोलनी शुरू की थी। जिसके बाद उनके खिलाफ भी अंदरखाने कार्यवाही की गई। वहीं आज उम्मीद जगी है की असल दोषी शिकंजो में जरूर फसेंगे।