देहरादून,15नवंबर
उत्तराखंड में वन विभाग विभाग के द्वारा केन्द्र सरकार की अनुमति के बिना ही कार्बेट पार्क से तीन हाथियों को गुजरात भेजे जाने मामले में एक्शन टेकन रिपोर्ट हाई कमान को भेज दी गई है और अब फाइल पर मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। वन विभाग के सूत्रों की माने तो आज ही पूरे मामले की रिपोर्ट व प्रस्तावित कार्रवाई अनुमोदन के लिये भेजी गई है। जानकारों की मानें तो इस मामले में कुछ अफसर भी कार्रवाई के रडार पर आ सकते है। मामले में प्रमुख सचिव वन आर के सुधांशु ने टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है।
आपको बताते चलें कि बदले में गुजरात से भी चार हाथ उत्तराखंड लाए गए थे। हैरानी की बात ये है कि दोनों राज्यों के बीच हुई हाथियों को लेकर हुई इस अदला-बदली के खेल की जानकारी केन्द्र सरकार तक को नहीं मिल पाई. वही इस मामले में प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल खासे नाराज है और जल्द फैसला लेने की तैयारी कर रहें है।
ये मामला सामने आने के बाद से वन विभाग के उत्तराखंड के कार्बेट पार्क से तीन हाथियों को गुजरात भेजने और इसके बदले में गुजरात से चार हाथियों को प्रदेश में लेकर आने के संबंध में प्रदेश सरकार ने केन्द्र को जो पत्र भेजा तो उसे केन्द्र सरकार ने रिजेक्ट कर दिया था। लेकिन कुछ अधिकारियो ने पत्र के जबाव प्राप्त होने से पहले हाथियों की अदला बदली करने में जल्दबाजी दिखाई। आखिर किसके पीछे क्या वजह रही ये अभी साफ नही हो सका है।
बावजूद इसके उत्तराखंड वन विभाग ने ये कदम उठाया और गुजरात के साथ हाथियों की अदला-बदली कर डाली। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ऐसी क्या जरूरी वजह थी कि केन्द्र सरकार की इजाजत के बिना है वन विभाग ने इतना बड़ा कदम उठा लिया।