देहरादून ,
उत्तराखंड कांग्रेस लगातार प्रदेश में अपना अस्तित्व खोती जा रही है। उत्तराखंड कांग्रेस को एक के बाद एक झटके लगते जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस में इस्तीफे रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। यहाँ कार्यकर्ताओं की नाराजगी बढ़ती जा रही है। जिसके चलते वो बीजेपी का दामन थामते जा रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव व 2022 में कांग्रेस के टिकट पर कालाढूंगी विधानसभा सीट से विधायक का चुनाव लड़ चुके महेश शर्मा ने रविवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। और उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है।
रविवार को देहरादून में भाजपा कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत और भाजपा के वरिष्ठ नेता महेंद्र अधिकारी ने महेश शर्मा भाजपा की सदस्यता दिलाई। माना जा रहा है कि महेश शर्मा को भाजपा ज्वाइन करने में बीजेपी के वाइस नेता महेंद्र अधिकारी की चाणक्य नीति काम आई। यही वजह रही कि रविवार को महेश शर्मा ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने का निर्णय लिया।
दरअसल, कांग्रेस ने नैनीताल उधमसिंह नगर लोकसभा सीट से प्रकाश जोशी को टिकट दिया है। जिसके बाद से ही महेश शर्मा पार्टी से नाराज चल रहे थे। जिसके बाद उन्होंने रविवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया है।