नई दिल्ली. कांग्रेस (Congress) के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने सोमवार को अपने पुराने दल और उसके नेतृत्व पर तीखा प्रहार करते हुए अपने दिल का दर्द बयान किया है. आजाद ने कहा, ‘बीमार’ कांग्रेस को दुआ नहीं, दवा की जरूरत है, लेकिन उसका इलाज ‘कंपाउंडर कर रहे हैं.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मिले होने के कांग्रेस के आरोप पर भी उन्होंने पलटवार किया. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि जो संसद में भाषण देने के बाद प्रधानमंत्री से गले मिले, वह मोदी के साथ मिले या नहीं? उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की नींव कमजोर हो गई है और वह कभी भी बिखर सकती है.
गुलाम नबी आजाद ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेतृत्व आंतरिक चुनाव के नाम पर धोखा दे रहा है. उन्होंने राहुल गांधी पर ‘‘अपरिपक्व और बचकाने’’ व्यवहार का आरोप भी लगाया था. कांग्रेस ने पलटवार करते हुए उन पर पार्टी को धोखा देने का आरोप लगाया था और कहा था कि उनका ‘डीनएनए मोदी-मय’ हो गया है.