उत्तराखंड को शांत वातावरण और आबोहवा के लिए जाना जाता है लेकिन अब यह पहाड़ी प्रदेश महिला सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षित नजर नहीं आ रहा है। ये हम नहीं बल्कि आंकड़े तस्दीक कर रहे हैं। आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 29 महीनों में उत्तराखंड में 3854 महिलाएं और 1134 लड़कियों के गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज हुई। हालांकि इनमें से काफी हद तक पुलिस बरामदगी कर चुकी है लेकिन अभी भी कई लापता हैं।
पहाड़ी राज्य उत्तराखंड से हजारों महिलाएं और लड़कियां गायब हो रही हैं। इसका खुलासा सूचना के अधिकार के जरिए हुआ है। हाल ये है कि उत्तराखंड में बीते साल में 3 854 महिलाएं और 1134 लड़कियां लापता हुई हैं। जबकि पुलिस ने 2,961 गुमशुदा महिलाएं और 1,042 लड़कियों को भी खोज निकाला है। अभी भी 893 महिलाओं और 92 लड़कियों की बरामदगी को लेकर कार्रवाई जारी है। दरअसल आरटीआई कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने उत्तराखंड में महिलाओं और लड़कियों के लापता होने की जानकारी मांगी थी। जिस पर उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय की ओर से जवाब दिया गया है। आरटीआई में मिले जवाब में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जिसके तहत उत्तराखंड में जनवरी 2021 से लेकर मई 2023 तक यानी इन 29 महीनों में 3854 महिलाएं और 1134 लड़कियों के गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज की गई। वहीं पुलिस ने 2,961 गुमशुदा महिलाओं और 1042 बालिकाओं को सकुशल बरामद किया है। सूचना के अधिकार से मिले आंकड़ों के मुताबिक उत्तराखंड के 13 जिलों और जीआरपी में साल 2021 में 1494 महिलाएं तो 404 लड़कियां गायब हईं। जबकि साल 2022 में 1632 महिलाएं और 425 लड़कियां लापता हुईं. वहीं, साल 2023 में मई तक 728 महिलाएं तो 305 लड़कियां गायब हुई हैं। नैनीताल जिले में 386 महिलाएं गायब हुई हैं। ऊधम सिंह नगर जिले में 941 महिलाएं लापता हुई हैं। जबकि पिथौरागढ़ जिले में 39 महिलाएं गायब हुई हैं। वहीं अल्मोड़ा जिले में 92 महिलाएं गायब हुई हैं। इधर टिहरी जिले में 143 महिलाएं गायब हुई हैं। उधर, बागेश्वर जिले में 72 महिलाएं गायब हुई हैं। इसी तरह से पौड़ी जिले में 120 महिलाएं गायब हुई हैं।