नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश राज्य वाणिज्य कर विभाग ने राज्य के कई जिलों में छोटे-बड़े तमाम व्यापारियों पर छापा मारा है. इन छापे की वजह से कई जिलों के बाजार बंद रहे और व्यापारियों के विरोध की वजह से फिलहाल 7 दिन के बाद इस अभियान को बंद कर दिया गया है. उत्तर प्रदेस के जिलों में आजकल GST रेड को लेकर व्यापारियों में खासा गुस्सा है. ये GST की रेड नोएडा से लेकर खुद मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर तक के व्यापारियों पर डाली गई है.
इस छापे की कार्रवाई के विरोध में कई शहरों में दुकान बंद करके व्यापारी सड़क पर बैठे रहे तो जेवर कस्बे में व्यापारियों की झड़प भी पुलिस के साथ हुई. फिलहाल व्यापारियों के गुस्से को देखते हुए 7 दिन बाद अब राज्य वाणिज्य कर विभाग ने इस रेड को बंद कर दिया है.
एक व्यापारी ने कहा कि हम लोग मोबाइल बेचते हैं लेकिन ऊपर कंपनियों से माल लेने जाओ तो वहां बिल नहीं दे रहे हैं. दूसरे व्यापारी का कहना है कि मेरा ये रेस्टोरेंट है मैं खुद ही कारीगर हूं बिरयानी बनाकर बेचता हूं. क्या बचता है इसमें…
उधर, राज्य वाणिज्यकर विभाग ने रेड करके कई जगहों पर व्यापारियों को टैक्स चोरी करते पकड़ा है. कईयों पर जुर्माना भी लगा है. लेकिन, आधिकारिक तौर पर इस सर्वे के बाबत बात करने से अधिकारी कतरा रहे हैं. SGST के सूत्रों के मुताबिक बैंक की लेन देन और कर चोरी की स्थानीय सूचना पर रेड की गई है. इसमें GST का पंजीकरण न कराने वाले व्यापारियों पर रेड की गई है. अधिकारी का कहना है कि ऐसे भी व्यापारियों पर रेड की गई जो पंजीकरण की सीमा के ऊपर व्यापार करके कम टैक्स दे रहे थे.
डिप्टी वाणिज्यकर अधिकारी कुलदीप सिंह ने कहा कि जिन लोगों ने पंजीकरण नहीं करा रखा है उन पर ये कार्रवाई की जा रही है, बाकी व्यापारियों को डरने की जरूरत नहीं है.
फिलहाल उत्तर प्रदेश में करीब 26 लाख व्यापारियों का पंजीकरण है. लेकिन सरकार का अनुमान है कि बिना पंजीकरण के व्यापार करने वालों की तादात 5 लाख से ऊपर है. इसी के चलते अब SGST की टीम करीब करीब सभी जिलों में सर्वे कर रही है. लेकिन इस सर्वे के तरीके से हजारों छोटे व्यापारी गुस्से में हैं.
व्यापारियों के गुस्से को देखते हुए समाजवादी पार्टी ने भी ट्वीट करके सरकार पर निशाना साधा है. सपा का कहना है कि राज्य के समस्त व्यापारियों को SGST के पक्षपात पूर्ण रेड का विरोध करना चाहिए. सपा व्यापारियों के साथ है.
हालात कुछ ऐसे बन गए हैं कि खुद उत्तर प्रदेश के कई मंत्रियों को GST की इस रेड पर बयान देना पड़ा है. योगी सरकार में राज्य मंत्री नितिन अग्रवाल का कहना है कि हमने शासन स्तर पर बात की है कि व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए.
व्यापार मंडल एनसीआर अध्यक्ष सुनील गुप्ता ने कहा कि हम बिना पंजीकरण के व्यापार के खिलाफ हैं, लेकिन जिस तरह से रेड डाल कर व्यापारी को डराया दा रहा है उसके हम खिलाफ हैं.
बता दें कि इस साल जून में यूपी के वाणिज्य विभाग ने खुद माना कि GST का टैक्स कलेक्शन करीब 14 हजार करोड़ से बढ़कर 26 हजार करोड़ हो चुका है. इसके बावजूद पुलिस के साथ दुकान और रेस्टोरेंट पर सर्वे करने से व्यापारियों में घबराहट लाजिमी है.