ग्वालियर से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आयी है। जहां एक दंपति ने गृहक्लेश से तंग आकर अपने डेढ़ साल के बेटे को बेड पर सोता छोड़ मौत को गले लगा लिया। उनके घर से तेज बदबू आने पर पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस तुरंत हरकत में आयी और दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची तो पहले कमरे में सोनू खान फांसी पर लटका था और अंदर दूसरे रूम में 33 वर्षीय शबाना फांसी पर लटकी मिली। पुलिस ने सबसे पहले मासूम को बाहर निकाला। इसके बाद घटना स्थल की जांच शुरू की है। घटना डेढ़ से दो दिन पुरानी बताई जा रही है, क्योंकि शव सड़ने लगे थे। फ़िलहाल, पुलिस को कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। मौत की वजह गृहक्लेश सामने आ रही है।
ग्वालियर के किलागेट स्थित मद्दी का बाजार निवासी 35 वर्षीय सोनू खान की शादी साल 2012 में ग्वालियर निवासी शबाना से हुई थी। दोनों के तीन बच्चे हैं। बताया जा रहा है कि सोनू नशे का आदी था। नशे में वह अक्सर पत्नी से मारपीट करता था। शुक्रवार शाम ईद से पहले सोनू की मां जौरा बेगम उसके दो बच्चों को अपने साथ ले गई थी और खर्च के लिए सोनू को कुछ पैसे दे गई थी। एक डेढ़ साल का बेटा, शबाना बेगम व सोनू घर में थे। उसके बाद से उन्हें किसी ने नहीं देखा। मंगलवार शाम को उनके घर से तेज बदबू आने पर पड़ोसियों ने जौरा वेगम व पुलिस को सूचना दी। ग्वालियर थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। घर की कुंडी तोड़कर अंदर पहुंचे तो पहले ही कमरे में सोनू फांसी के फंदे पर लटका मिला पुलिस अंदर पहुंची तो अंदर के दूसरे रूम में सोनू की पत्नी शबाना बेगम फांसी पर लटकी मिली। जिस कमरे में शबाना ने फांसी लगाई वहां बेड पर उसका डेढ़ साल का बेटा लेटा हुआ था। पुलिस ने घटना थल को निगरानी में लेकर फोरेंसिक एक्सपर्ट को मौके पर बुला लिया। घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में यही निकलकर सामने आया है कि सोनू और शबाना ने फांसी लगाकर खुदकुशी की है। पुलिस ने शवों को निगरानी में लेकर डेड हाउस में रखवा दिए हैं।
पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल के अनुसार दोनों की मौत 2 दिन से तीन दिन पुरानी बताई जा रही है, क्योंकि शव से तेज बदबू आ रही थी। पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल के अनुसार दोनों की मौत 2 दिन से तीन दिन पुरानी है। मृतक सोनू खान की मां जौरा देवी ने बताया कि बेटा नशे का आदी था। शनिवार को ईद थी इसलिए शुक्रवार को वह उसके दो बच्चे बेटी निबारा (9), बेटा आहिद खान (6) को अपने साथ ले गई थी। सोनू घर पर मारपीट करता था। मां ने सोचा त्योहार पर बच्चे घर पर आराम से रह सकेंगे। डेढ़ साल का बेटा जाहिद मां-पिता के साथ था। आखिरी बार शुक्रवार को ही उसे देखा गया था। ऐसा माना जा रहा है कि ईद वाले दिन उसने यह कदम उठा लिया है।
मृतक की मां जौरा बेगम ने बताया कि सोनू नशे का आदी था। वह कोई काम नहीं करता था और आए दिन अपनी बेगम की मारपीट करता था। हम ही उसे खर्च के लिए पैसे देते थे। पिछले कुछ दिन से उसकी हालत यह हो गई थी कि उसे दौरे पकड़े थे रोता था कभी खुद का सिर दीवार पर मारने लगता था। कोई कुछ बोले तो उसे मारने के लिए दौड़ता था। इसी गृहक्लेश से तंग आकर दोनों ने यह कदम उठाया है।