भोपाल. सबके रोंगटे खड़े कर देने वाला सागर का सीरियल किलर अब शिवप्रसाद धुर्वे अब पुलिस गिरफ्त में है. लेकिन सीरियल किलर के गांव पहुंचने पर . उसके घर जाकर परिवार और गांव वालों के साथ उसकी मां भी शिवप्रसाद की पिशाचों जैसी हरकत से मां भी स्तब्ध है. वो बोली – ऐसा बेटा तो काला पानी चला जाए.
सागर के सीरियल किलर शिवप्रसाद ने एक के बाद एक लगातार चार चौकीदारों की सोते वक्त हत्या की. तीन की हत्या उसने सागर में औऱ चौथी भोपाल पहुंचकर की. इस चौथी वारदात के बाद ही वो पकड़ा गया. यहां लगे एक सीसीटीवी कैमरे में उसकी तस्वीरें भी कैद हो गयी थीं.
बेटे की करतूत से परिवार परेशान
सीरियल किलर शिवप्रसाद सागर के केंकरा गांव का रहने वाला है. न्यूज 18 इंडिया की टीम उसके गांव पहुंची. बेटे की हरकत से मां और गांव वाले सब हैरान हैं. शिवप्रसाद की मां सीता रानी ने कहा उन्हें अपने बेटे की गिरफ़्तारी पर कोई दुख नहीं है. उसने चार चौकीदारों को मारा तो खुद भी मर जाए. कारे (काला) पानी चला जाए. भोले पन से मां बोली- पुलिस से पता चला कि उसने चार लोगों को मारा है. हमें नहीं पता था कि वो कहां रहता है. क्या करता है. वो तो गांव से चला गया था. लगता था कि करता खाता होगा. नहीं जानते थे कि हत्या करता है.
कोतवाल बोला-बिगड़ गया था शिवप्रसाद
गांव कोतवाल नारायण प्रसाद मेहरा का कहना है कि जब से शिवप्रसाद गांव छोड़कर गया बिगड़ गया है. हमने बचपन से उसे देखा है. जब से बाहर गया तो बर्बाद हो गया. वो कहीं से लैपटॉप भी ले आया था.
मजदूरी करता है परिवार
शिवप्रसाद का परिवार मजदूरी करता है. घर में माता-पिता और बड़ा भाई है. शिवप्रसाद राखी पर घर आया था और झगड़ा करके भाग गया था. उसके बाद वो कहां गया परिवार को इसकी खबर नहीं थी.

ऐसे आया गिरफ्त में…मोबाइल लोकेशन मिलने पर दबोचा
तीसरे गार्ड की हत्या के बाद सागर से भोपाल तक हड़कंप मच गया। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सागर एसपी तरुण नायक से बात कर सीरियल किलर को जल्द पकड़ने के निर्देश दिए। लिहाजा पुलिस चारों तरह फैल गई। मोतीनगर, सागर में गार्ड मंगल अहिरवार की हत्या के बाद 30 अगस्त को ट्रेन से शिव भोपाल आ गया। उसे पता चल गया था कि पुलिस सक्रिय हो गई है।
वह भोपाल में रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के आसपास घूमता रहा। उसने सागर में आर्ट एंड कॉमर्स कॉलेज में गार्ड शंभू दयाल को मारकर उनका मोबाइल अपने पास रख लिया था। मोबाइल उसने स्विच ऑफ कर रखा था। उधर, सागर पुलिस ने भी शंभू के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर ले रखा था।
शिव ने गुरुवार रात करीब 11 बजे मोबाइल चालू किया। सागर पुलिस को लोकेशन पता चल गई। तुरंत टीम भोपाल के लिए रवाना हो गई। सागर पुलिस भोपाल पहुंचती, इससे पहले शिव ने मोबाइल बंद कर दिया। रात करीब डेढ़ बजे से पुलिस उसे बैरागढ़, कोहेफिजा, लालघाटी इलाके में खोजती रही, लेकिन वह नहीं मिला। रात करीब 3:27 बजे शिव ने एक बार फिर मोबाइल को ऑन किया। पुलिस को उसकी लोकशन लालघाटी इलाके में पता चली।
पुलिस ने तड़के 5 बजे उसे दबोच लिया। भोपाल से पुलिस उसे लेकर करीब 40 किलोमीटर दूर पहुंची ही थी कि उसने पुलिस को बताया कि थोड़ी देर पहले ही उसने भोपाल में मार्बल दुकान में एक गार्ड की हत्या कर दी है। पुलिस को उसके पास भोपाल वाले गार्ड का भी मोबाइल मिला। सागर पुलिस ने तुरंत ही भोपाल पुलिस के अधिकारियों को सूचना दी। खजूरी रोड पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। गार्ड खून से लथपथ मिला।
उसने पुलिस को बताया कि थोड़ी देर पहले ही उसने भोपाल में मार्बल दुकान में एक गार्ड की हत्या कर दी है। पुलिस को उसके पास भोपाल वाले गार्ड का भी मोबाइल मिला। सागर पुलिस ने तुरंत ही भोपाल पुलिस के अधिकारियों को सूचना दी। खजूरी रोड पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। गार्ड खून से लथपथ मिला।