हमारे जीवन में वास्तु शास्त्र बड़ा महत्व है। घर से लेकर दफ्तर, दुकानों में चीजों को व्यवस्थित ढंग से रखने में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व माना जाता है। वास्तु शास्त्र में हमारे जीवन की परेशानियों को कम करने के कई उपाय बताए गए हैं। घर, दुकान, फैक्ट्री, ऑफिस आदि में सबसे अहम स्थान मंदिर का होता है, जहां देवताओं की प्रतिमा रखी जाती है और उनकी पूजा होती है। वास्तु शास्त्र में मंदिर से जुड़े कुछ विशेष नियम बताए गए हैं। ऐसे में इन नियमों के अनुसार अगर मंदिर रखते हैं तो जीवन में सुख-समृद्धि व सौभाग्य हमेशा बना रहेगा।
ज्योतिष के जानकार के अनुसार, अक्सर लोग दफ्तर या दुकान में पूजा घर में देवी-देवताओं की कई तस्वीरें रखते हैं, जो शुभ नहीं होता है। इसी तरह पूजा घर में भगवान गणेश, मां लक्ष्मी और मां सरस्वती की बैठी हुई तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। दुकान या किसी कार्यस्थल पर इन तीनों देवताओं के बैठे हुए मुद्रा में तस्वीर लगाना अशुभ होता है। मान्यता है कि इससे सुख-समृद्धि, धन, ज्ञान, बुद्धि व शुभ लाभ का आगमन नहीं होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दुकान या दफ्तर के पूजा घर में हमेशा भगवान गणेश, मां सरस्वती और मां लक्ष्मी की खड़ी हुई तस्वीर लगानी चाहिए। इस बात का भी ध्यान रखें कि पूजा घर में कभी भी अंधेरा नहीं रहना चाहिए। इन जगहों पर रोशनी होनी चाहिए। मंदिर के आस पास सीलन नहीं होनी चाहिए, इससे व्यापार में आर्थिक नुकसान होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मां देवी की मूर्ति ईशान कोण में पूर्व या उत्तर दिशा में रखनी चाहिए। पूजा के समय देवी का मुंह पश्चिम में होना श्रेष्ठ माना जाता है। पूजा के समय घी का दीपक जरूर जलाएं। साथ में कपूर जलाकर दुकान में धूप करना चाहिए। इसके अलावा सुबह की पूजा के समय ॐ लक्ष्मीभ्यो नम: का 108 बार जाप करना चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा खत्म होगी और मां लक्ष्मी की कृपा से व्यापार लाभदायक रहेगा।
(नोट: यह सभी जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार है, समाचार 24×7 इंडिया इसकी पुष्टि नहीं करता है।)