चक्रवात तूफान बिपरजॉय के आने की आशंका के मद्देनजर गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में बचाव की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। केंद्रीय और राज्य मंत्रियों ने विभिन्न स्तरों पर तैयारियों की समीक्षा की। गृह मंत्रालय और राज्य सरकार का नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे स्थिति की निगरानी कर रहा है।
गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर गुजरात और मुंबई की तटों पर दिखने लगा है। चक्रवात के रूप में उच्च ज्वार की लहरें समुद्र की तटों से टकराने लगीं हैं। केंद्र सरकार तूफान को लेकर हाई अलर्ट पर है। भारत सरकार की सभी एजेंसियां किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि आपदा का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयारी कर ली गई है। दोनों राज्यों में तूफान का सबसे अधिक प्रभाव पड़ने की आशंका जताई गई है। इसके मद्देनजर सभी एहतियाती कदम उठाए गए हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि पीएम मोदी ने संबंधित अधिकारियों और मंत्रियों से व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उन्हें अलर्ट मोड पर रहने और सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है। इससे पहले अमित शाह से सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदमों की समीक्षा की। दोनों राज्यों में सरकार की ओर से तूफान को लेकर उठाए गए कदमों पर उन्होंने संतोष जताया। शाह ने गुजरात सरकार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। सेना एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम ने तूफान की चपेट में आने वाले 30 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है। राहत सामग्रीराहत सामग्रीअमित शाह ने गुजरात सरकार से संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की व्यवस्था करने और बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पीने के पानी जैसी सभी आवश्यक सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि तैयारी ऐसी होनी चाहिए कि किसी भी नुकसान की स्थिति में इन सेवाओं को तुरंत बहाल किया जा सकता है। शाह ने सभी अस्पतालों में मोबाइल और लैंडलाइन कनेक्टिविटी और बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
जानकारी के अनुसार गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में तेज बारिश हो रही है। बताया जा रहा है कि यह तूफान का प्रभाव है. मौसम विभाग के अनुसार बृहस्तिवार दोपहर तक गुजरात और महाराष्ट्र के तटों पर बिपरजॉय के पहुंचने की संभावना है। इस बीच गुजरात में अमरेली पुलिस ने जाफराबाद में सियालबेट के ग्रामीणों को सब्जियां और दूध सहित आवश्यक सामान पहुंचाया गया। भुज में जखाऊ बंदरगाह पर मछली पकड़ने के लिए बड़ी संख्या में नावें खड़ी की गई हैं। मछुआरों के लिए चेतावनी जारी कर दी गई है। तूफान के गुजरात में जखाऊ बंदरगाह के पास से गुजरने की संभावना है। द्वारका जिले में 400 से अधिक आश्रय गृहों की पहचान की गई है और लोगों को आश्रय गृहों में स्थानांतरित किया जा रहा है।