नई दिल्ली। विराट कोहली के खराब फॉर्म के साथ उनकी कप्तानी इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है। खबरें आईं कि आगामी टी-20 विश्व कप के बाद वे सीमित ओवर की कप्तानी छोड़ सकते हैं। नए कप्तान के रूप में रोहित शर्मा का नाम आया। हालांकि, भारतीय क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी ने इन खबरों को भ्रामक बताते हुए खारिज कर दिया। अब सवाल है कि बगैर आग लगे धुआं तो उठता नहीं। तो फिर विराट की कप्तानी में ऐसा क्या हुआ जिससे लगा कि टीम इस शानदार खिलाड़ी के नेतृत्व क्षमता में आगे नहीं बढ़ रही। दरअसल, सीमित ओवरों के टूर्नामेंट में विराट ने बतौर बल्लेबाज ठीकठाक प्रदर्शन किया है लेकिन कप्तान के तौर पर ज्यादा सफल नहीं रहे हैं। यही कारण है कि भारतीय टीम की कमान ‘हिटमैन’ यानी रोहित को सौंपने की चर्चा हो रही है। विराट को 2017 में सीमित ओवर की टीम का कप्तान बनाया गया। अभी तक उनकी अगुआई में टीम 45 टी-20 मैचों में से 27 में सफल रही। दो मुकाबलों के परिणाम नहीं आ सके और दो टाई रहे। वहीं एकदिवसीय मैचों में कोहली की कप्तानी में 95 बार टीम मैदान पर उतरी और 65 मैच जीतने में सफल रही। 27 मैचों में हार मिली। एक मुकाबला टाई रहा तो दो के परिणाम नहीं निकल सके। 2017 में ही रोहित शर्मा को पहली बार भारतीय टीम की कप्तानी करने का मौका मिला। उस समय श्रीलंका के खिलाफ घरेलू शृंखला में विराट कोहली को आराम दिया गया और रोहित को कमान सौंपी गई। भारत ने यह एकदिवसीय शृंखला 2-1 से जीती थी। 2018 में रोहित ने अपनी कप्तानी में भारत को पहले निदहास ट्रॉफी जिताई और उसके बाद उसी साल एशिया कप जीत दिलाने में सफल रहे। अभी तक 19 अंतरराष्ट्रीय टी-20 में भारतीय ओपनर ने कप्तानी करते हुए 15 में जीत दर्ज की, जबकि सिर्फ चार में टीम को हार का सामना करना पड़ा। एकदिवसीय प्रारूप में भी रोहित ने 10 मैचों में कप्तानी करते हुए आठ में सफलता हासिल की।