देहरादून,
उत्तराखंड में आगामी 19 अप्रैल को 5 लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग होनी है। आखिरकार शनिवार रात कांग्रेस ने प्रदेश की बची हुई 2 और सीट हरिद्वार और नैनीताल- उधमसिंह नगर के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। और वो सीट जो सबसे ज्यादा चर्चा में थी हरिद्वार सीट वहाँ से हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत को मैदान में उतारा गया है। और नैनीताल सीट से कांग्रेस ने प्रकाश जोशी पर दाव खेला है। यानी अब कांग्रेस ने भी लंबी जदोजहद के बाद अपने पांचो प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है।
उत्तराखंड की पांचों सीटें टिहरी, गढ़वाल, अल्मोड़ा, नैनीताल व हरिद्वार में कांग्रेस के प्रत्याशियों के नाम सामने आ चुके हैं। टिहरी से जोत सिंह गुनसोला, गढ़वाल से गणेश गोदियाल, अल्मोड़ा से प्रदीप टम्टा, नैनीताल से प्रकाश जोशी व हरिद्वार से वीरेंद्र रावत प्रत्याशी बनाए गए हैं।
ये कहना गलत नहीं होगा कि, प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रहे हरीश रावत की जिद के आगे पार्टी आलाकमान को हार माननी पड़ी। और हरिद्वार सीट के लिए उनके बेटे वीरेंद्र रावत को टिकट देना पड़ा। हरीश रावत ने अपने बेटे को हरिद्वार से टिकट दिलाने में कामयाबी हासिल कर ही ली। जी हाँ
सबसे ज्यादा चर्चा हरिद्वार सीट को लेकर हो रही थी। जिस पर अब तस्वीर साफ हो गई है। बता दें कि वीरेंद्र रावत का टिकट फाइनल होने से पहले ही पूर्व सीएम हरीश रावत ने शनिवार को हरिद्वार लोकसभा सीट पर प्रचार शुरू कर दिया था।
शनिवार को हरीश रावत ने हरिद्वार में रोड शो किया। जिसमें उनके बेटे वीरेंद्र रावत भी शामिल रहे। जिससे हरीश रावत पहले ही संकेत दे चुके थे कि, उनके बेटे को ही हरिद्वार से लड़ाया जा रहा है। वीरेंद्र रावत प्रदेश कांग्रेस कमेटी में प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जो कि 2022 के विधानसभा चुनाव में खानपुर सीट से दावेदारी कर चुके हैं। लेकिन तब हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत को हरिद्वार ग्रामीण से विधानसभा चुनाव लड़ाया गया और वे विधायक चुनकर आईं।
इस तरह इस बार लोकसभा के लिए वीरेंद्र रावत का रास्ता साफ हुआ है। हरिद्वार में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत के आगे वीरेंद्र रावत चुनाव मैदान में होंगे। वहीं नैनीताल सीट पर भाजपा के अजय भट्ट के सामने कांग्रेस के प्रकाश जोशी मुकाबला करेंगे। प्रकाश जोशी एआईसीसी के पूर्व सचिव हैं।