नई दिल्ली. पाकिस्तान की आर्थिक हालत दिन-ब-दिन बिगड़ी जा रही है. देश की जनता अब दाने-दाने को तरसने लगी है. हालत ऐसी है कि कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए सरकार के पास पैसे नहीं है. पाकिस्तान काफी दिनों से कर्ज के सहारा चल रहा था, लेकिन अब वो भी खत्म होने वाली है. पाक का जिन देशों और आर्थिक संगठनों के साथ अच्छे संबंध थे, सभी उसकी मदद कर चुके हैं. धीरे-धीरे वो रास्ते भी बंद हो रहे हैं. इस वजह से सरकार की बैचेनी और बढ़ने लगी. एक्सपर्ट्स का कहना है कि हालत अगर नहीं ठीक हुआ तो उसका हश्र श्रीलंका जैसा हो सकता है.
बता दें कि आर्थिक स्थिति खराब होने के बाद पाकिस्तान पूरी दुनिया से अरबों रुपये का कर्ज ले चुका है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाक के ऊपर 60 ट्रिलियन से ज्यादा का कर्ज है. यह देश की GDP के 89 फीसदी के बराबर है. इस कर्ज का 35 फीसदी हिस्सा चीन का है. दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान पर चीन का 30 अरब डॉलर का कर्ज है. चीन ने पाक को IMF और विश्व बैंक से ज्यादा मदद की है. ऐसे में अगर पाकिस्तान दिवालिया हो जाता है तो सबसे बड़ी मुसीबत चीन के लिए पैदा हो सकती है.
पाकिस्तान छोड़कर भागने लगे अमीर!
पाकिस्तान की बिगड़ती हालत के बीच अब लोग देश छोड़कर भागने लगे हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि पाक से विदेश जाने वाले लोगों की तादाद में अचानक इजाफा हुआ है. पाकिस्तान के स्थानीय पत्रकार भी कहने लगे हैं, ‘पाकिस्तान जिंदाबाद नहीं, पाकिस्तान से जिंदा भाग करने का नारा बुलंद होने लगा है.’ एक जानकारी के मुताबिक साल 2022 में 8 लाख से ज्यादा लोगों ने पाकिस्तान छोड़ दिया. 2021 की तुलना में देश छोड़ने वालों की संख्या में 200 फीसदी का इजाफा हुआ है.
IMF से लोन मिलने की उम्मीद में बैठे पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंजी फिच ने करारा झटका दिया है. एजेंसी ने पाक की रेटिंग CCC+ से गिराकर CCC- कर दी है. अब एक्सपर्ट्स पाकिस्तान के दिवालिया होने का अंदेशा जता रहे हैं. ऐसे में IMF से मिलने वाले लोन पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं. बता दें कि कंगाल हो रहे पाकिस्तान को आईएमएफ की ओर से अभी तक कोई पैसा नहीं मिला है.